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a painting of a man standing next to a river
Prompt
ज़िंदगी में जो करना हो, वह करें, यह मत सोचें कि लोग क्या कहेंगे.
मनुष्य खुद ईश्वर तक नहीं पहुंचता, बल्कि जब वह तैयार हो जाता है, तो ईश्वर खुद उस तक पहुंच जाते हैं.
आपको किसी से प्रतिस्पर्धा करने की ज़रूरत नहीं है, आप जैसे हैं बिल्कुल सही हैं.
सारी शिक्षा और उपदेश व्यर्थ हैं, अगर वे आपको अपने भीतर डूबने की कला नहीं सिखाते.
संसार सुंदर है क्योंकि इसे ईश्वर ने बनाया है.
कोई आदमी चाहे लाखों चीज़ें जान ले, लेकिन अगर वह खुद को नहीं जानता, तो वह अज्ञानी है.
मैं दो ही शब्दों पर ज़ोर देता हूं- प्रेम और ध्यान.
जब आप हंस रहे होते हैं, तो ईश्वर की इबादत कर रहे होते हैं.
कभी भी किसी और की तरह बनने की कोशिश मत करें, और आप परिपक्व हो जाएंगे.
जीवन एक अवसर है, जीवन तथ्य नहीं, केवल एक संभावना है.
ओशो की शिक्षाओं का मुख्य लक्ष्य था कि व्यक्ति अपनी अनुभवगम्यता के ज़रिए सत्य को पहचाने और अपने जीवन में उसे लागू करे.
INFO
Type
Add 5 SecondsWj
Date Created
October 20,2024Wj
Dimensions
1280×768pxWj
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Prompt 1: a man in orange robes walking along a riverbank while a white cow walks on the other side of the river. the man looks at the cow and then walks away. the scene is serene, with the sun shining brightly in the sky. the man's robes flow in the wind as he walks, and the cow's white fur stands out against the green of the riverbank. captures the peacefulness of the moment, with the sound of the river flowing and the gentle movements of the man and the cow.
Prompt 2: a man standing on a grassy river bank with his white cow. the sun is setting, and the sky is painted with warm colors. the man appears to be enjoying the serene environment, as he stands with his arms crossed. a few white birds can be seen flying in the sky, while a herd of sheep is grazing in the distance. the man seems to be a farmer or a caretaker, as he has a stick in his hand. the overall atmosphere is peaceful, and captures the beauty of nature.