0
a bull with a plant on its head in a field
Prompt
Lyrics: -मैं धूम्रपान का आदि हुँ , भोले को भांग चढ़ाता हूँ प्रशाद में चढ़ाई भांग को फिर मैं ही लेके जाता हुँ।फिर यार दोस्त बुलाता हूँ ऐसा माहोल बनाता हूँ चिलम में भरके माल को महफ़िल में ही खो जाता हूँ।। मंदिर तो आता जाता नहीं, ना पूजा ना में जाप करूँ ना भगवद् गीता जानू में , क्यूँ रामायण का पाठ करूँ।(हाँ) तिलक लगाकर मस्तक पर कभी कभी धर्म की बात करूँ और प्रशंशनीय बनने को दिखावे का राम राम करूँ।। जाने ऐसा क्यूँ हूँ मैं ना सुधारने का प्रयास करूँशनि मंगल को छोड़कर मैं कभी भी मदिरापान करूँ।मैं वही हूँ यारो जो खुलके बाज़ार में लड़की घूरता मंदिर में बैठी माता को मैं देवी समझ के पूजता।। जब बाहर जाती बहन तो मैं सदा जाने से रोकता माहोल थोड़ा गंदा है मैं बात बात पर टोकता। पर रोकूँ ना मैं ख़ुद को कभी जब ख़ुद आँवरा घूमता मैं ख़ुद कभी ना सोचूँ कभी परनारी को जब देखता।। मैं अपनी मां को मां मानुं , बहना को गहना मानुं मैंपर बात पराई की आये तब ना किसी का कहना मानुं मैं।यदि अत्याचार हो स्त्री पर, मोमबत्ती में भी जलाता हूँ दुनिया को बदलना चाहुँ मैं पर बदलना ख़ुद को पाता हुँ।। मैं मज़े मज़े में कभी कभी थोड़ी गाली भी दे देता हूँ पर
INFO
Type
Text-to-videoWj
Date Created
November 28,2024Wj
Dimensions
1280×768pxWj
Recommended Prompt
Prompt 1: a brown cow with a crown of leaves on its head, standing in a field. the cow can be seen eating grass and looking around. also shows the cow's face up close, with its horns and eyes. the cow is seen in different positions, including standing in the grass, sitting on the ground, and standing in the grass. captures the peaceful and natural environment of the field, with the cow as the main subject.
Prompt 2: a brown cow with a green crown of leaves on its head. it is standing in a grassy field, and the camera zooms in on its face, which is looking directly at the camera. the cow's eyes are open, and it appears to be calm and relaxed. showcases the beauty of nature and the peacefulness of the countryside.